ऑस्ट्रेलिया के किसी भी प्रांत में ये पहली बार हुआ है कि एक सरकारी स्कूल ने अपने पाठ्यक्रम में हिंदी को ही एकमात्र विदेशी भाषा के तौर पर चुना है।विक्टोरिया प्रांत के इस स्कूल के प्रधानाचार्य कॉलिन आइवरी को गर्व है कि उनके स्कूल में मैंडरिन या स्पैनिश के बजाय हिंदी सिखाई जा रही है।
उन्होंने बताया, "भारत एक महाशक्ति के रूप में उभर रहा है और हमने आसपास दूसरी भाषाओं पर ज़ोर देखा तो सोचा हिंदी क्यों नहीं। एक कमिटी बनाई जिसमे बच्चों के माता-पिता की राय ली गई। सबने ख़ुशी से तुरंत हामी भी भर दी"।रेंजबैंक प्राइमरी स्कूल में फिलहाल कुल बच्चों की संख्या 392 है और इसमें भारतीय मूल के बच्चे सिर्फ 10 हैं।
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